वाराणसीः न्यास सदस्य वासुदेवानंद बोले, विहिप मॉडल पर ही बनेगा अयोध्या में श्रीराम मंदिर
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास में बतौर सदस्य रखे गए स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा है कि मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद का मॉडल ही सर्वमान्य है। उस मॉडल को देखकर ही देश के करोड़ों सनातनधर्मियों ने सवा-सवा रुपए का दान किया था। उस मंदिर के मॉडल के अनुसार 30 करोड़ रुपये से न सिर्फ शिलाएं खरीदी गई हैं, बल्कि उन्हें तराश कर तैयार भी किया जा चुका है। जनता द्वारा दान की गई एक करोड़ से अधिक की धनराशि अब भी विश्व हिंदू परिषद के खाते में है। ऐसे में किसी नए मॉडल का प्रश्न ही नहीं उठता।
महमूरगंज स्थित गंगा महासभा के कार्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में स्वामी वासुदेवानंद ने कहा कि उस मॉडल को देशभर की जनता ने देखा है। उसके प्रति उनकी श्रद्धा भी है। उन्होंने कहा कि रामालय न्यास जैसी कोई संस्था ही नहीं। वह व्यक्तिगत रूप से कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रस्ट की बैठक में लिए जाने वाले निर्णय के अनुसार कार्य को बढ़ाने में मेरा पूरा सहयोग रहेगा।
उन्होंने कहा कि मंदिर कब तक बन जाएगा यह तो मैं नहीं कह सकता लेकिन मंदिर जल्द से जल्द बने, उसकी शुरुआत हो इसके लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली में इसी के मद्देनजर बैठक बुलाई गई है। गंगा की अविरलता और निर्मलता के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गंगा के लिए योजनाएं बनाई गई हैं और भारी-भरकम बजट दिया गया है, उसकी तुलना में जितना काम होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ है। कई बिंदुओं पर अभी काम करने की आवश्यकता है। प्रयाग रवाना होने से पूर्व हुई इस बातचीत में वासुदेवानंद से जब यह पूछा गया कि निर्भया के दोषियों को फांसी में विलंब पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है तो उन्होंने कहा या अलग प्रसंग है और इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।